Tuesday, February 28, 2012

दर्द के भी ठिकाने बदलने लगे.........

गोधरा कांड  के१० साल हो गए .....फेसबुक  पर  हिन्दू-हिन्दू करने वालों ने खूब गालिया निकाली 
क्योकि मीडिया में हिन्दू के लिए नहीं रोया गया.......
इनलोगों में  कोई ऐसा नहीं था जो वाकई दुःख व्यक्त करे........ सबके सब सिर्फ इसी कवायेत में लगे थे की हिन्दू के लिए नहीं रोया गया.........सही है.... कुत्ता - कुत्ते के मरने पर अफ़सोस करे, बिल्ली- बिल्ली के मरने पर अफ़सोस करे ,हिन्दू- हिन्दू के मरने पर और मुसलमान- मुसलमान  के मरने पर.............
इंसानियत  मरी  उसका कुछ नहीं........................ इंसानियत तो रही भी  नहीं और इंसान तो जानवर के मरने पर भी रो देता  है..........!!!हिन्दुओं को मुसलमानों से खतरा हो गया है ,पता नहीं कब ऐसा हो गया..,शायद  तब ऐसा  हुआ हो जब कोई हिंदुत्वा का ठेका लेने वाली राजनितिक पार्टी ने हमलोगों को समझाया हो या तबजब हिंदुत्वा के ठेकेदारों ने समझाया हो की हमें खतरा है और हम मान लिए  ...........देश हिन्दू......... , गिन के मुस्लिम होंगे ....लेकिन हिंदुत्वा पर खतरा हो गया है.....!!
एक राजनीति पार्टी है जो हिंदुत्वा के लिए लड़ाई करती है............कुछ खास नेता जो  हिन्दुओं पर जान देते हैं .......एक धर्म को दुसरे धर्म के लिए भड़काया और खुद मज़ा लिया.... हिन्दू लोग उनके सुर में सुर मिला दिए..... हो गया काम.........जब उनके सुर में सुर मिला रहे थे तब उनसे ये नहीं पुछा की अपनी पार्टी से  सारे  मुसलमानों को निकाल क्यों नहीं देते......या  उनकी पार्टी में जाने केबाद मुसलमान मुसलमान नहीं रह जाता....??इन हिन्दू ठेकेदारों से मै सीधे ये कहती हूँ की अगर लड़ाई लड़नी है तो इस देश से मुसलमानों को निकाल फेकने की कवायेत करो.....हिम्मत ही नहीं होगी ........बाल ठाकरे में कम से कम दम तो था की वो खुल के उत्तर प्रदेश , बिहार वालों  को भगा रहा था.......तुम ठेकेदारों को तो खाजा खाना भी है और फेकना भी.......और खाना- फेकना दोनों ही दिखावे के लिए असल में तो कुछ और खाचबाना है......!!!नफ़रत  करती हूँ मै ऐसी धर्म की रजनीति से................  और लोग बात करेंगे की भ्रष्टाचार मिटायेंगे....अच्छे और इमानदार नेता को वोट दो........कैसे ???वो इमानदार नेता मुसलमान हो गया तो   हमारे हिंदुत्वा का क्या होगा......?और जब ऐसा ही है तो जात-पात भी अछूते क्यों होंगे.......मिटा लिया भ्रष्टाचार......हो गया देश का कल्याण .......!!अभी ऐसा बहुत कुछ है जो कहना है और कहते रहेंगे..... लगभग   हर मुसलमान को मैंने देखा है की वो थोडा सा होली पर  रंग  लगा दो तो उनका धर्म बिगड़ जाता है.....कितनी छोटी मानसिकता है उनकी और अब हम हिन्दू  भी ऐसी ही मानसिकता के शिकार हुए जा रहे हैं..............!!मेरे एक मित्र काफी समझदारों  में गिनती होती है उनकी उन्हों  ने मुझे अभी जल्दी ही कहा की कोई पार्टी सही नहीं चलो हिन्दू  का ख्याल रखने  वाली पार्टी को वोट देते हैं ....सोचिये इनको अपने बच्चों  के भविष्य की चिंता नहीं,रोटी मिले मिले हिंदुत्वा बचना चाहिए......  जैसे  मुसलमान हैं उनको  पढाई- लिखाई ज़रूरी नहीं जो समाज में काम आएगी लेकिन कुरान ज़रूर पढेंगे... क्या हम हिन्दू भी ऐसा ही सोचने लगे हैं  !!एक शहर है बनारस सबको मालूम है कितनी पवित्र नगरी, हर वक़्त पूजापाठ  और वहां भी मुस्लिम रहते हैं लेकिन कभी दंगा नहीं होता.............क्योकि वहां के हिन्दुओं को ये डर नहीं की मुस्लिम हम पर हावी हो जायेंगे...........शायद  कोई नेता अच्छे से समझया  हो.........!!हम अपने देश का विकास  कभी नहीं कर पाएंगे.........धर्म,जात-पात इसी में उलझ कर रह जायेंगे..... हमेशा हमारा देश विकासशील देशो में ही रह जायेगा.......!!!राजनीतिज्ञ लाभ उठाएंगे  हमारी छोटी सोच का और हम हमेशा अपने भविष्य का नुकसान करते जायेंगे..........!!
मुझे मेरे मित्र "कपिल मणि" की एक ग़ज़ल आज के हालत जैसी ही लगी....

"जाते जाते फ़साने बदलने लगे
गाते गाते तराने बदलने लगे
आज चश्मों मे है कल तलक दिल मे था
यूं दर्द के भी ठिकाने बदलने लगे
हम बनाते रहे आशियाने मगर
बिजलियों के निशाने बदलने लगे
मौसम ए शाद कल था ना अब साथ है
और जरा से बहाने बदलने लगे
दोस्ती बेच के अब वफ़ा बेचते हैं
अपने अपनी दुकाने बदलने लगे
आज भी है यकीं ये बदल जायेंगे
हम जो अब भी जमाने बदलने लगे"