कुछ नहीं बदलने वाला साहब!! ....एक छोटा सा उदहारण =बिजली का मीटर इलेक्ट्रोनिक कर दिया गया क्योकि चोरी बंद हो लेकिन बिजली चोरी बंद नहीं हुई|आखिर इस चोरी का ज़िम्मेदार कौन है?? नेता है ?? ऑफिसर है ??जी नहीं इनमे से कोई नहीं, अगर है तो आम जनता (जिसको मै आंग्ला भाषा में" the mango people " कहती हूँ ) क्योकि आम आदमी को आम खाने की आदत हो चुकी है|
.ये इंडिया है हर बात का तोड़ निकाल लेते हैं लोग .और माने या न माने .........अन्ना को जो बी कवायेत करनी है वो जनलोकपाल के लिए करनी चाहिए न की कांग ,बीजेपी या अन्य पार्टी को वोट दे या न दे की सीख दे कर| ये पुब्लिक है अन्ना साब ,जो किसी की नहीं है,कब किसको आसमान पर बिठा दे और कब किसको ज़मीं पर ला दे पता नहीं चलता .......होगा ये कि जितना समर्थन मिला था आपके विचारों को उतने ही लोग उनके (आपके विचारों के) खिलाफ हो जायेंगे क्योकि लोग राजनीति से ऊब चुके हैं|
गोरों की न कालों की,
ReplyDeleteदुनिया का चोरों, नक्कालों की.
हँस के लिए हँस के मरे,
उन गरीब, कंगालों की.
जय हिन्द, जय बुन्देलखण्ड